सरकार ने मनरेगा की मजदूरी बढ़ाई लेकिन उत्तरप्रदेश के प्रमोद नाखुश
पप्पू और प्रमोद खेतों में मज़दूरी करते हैं, दोनों अधेड़ उम्र के हैं. खेतों में काम हमेशा नहीं मिलता, फसल के हिसाब से साल में कुछ दिन काम मिलता है लेकिन वे मनरेगा(महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोज़गार गारंटी योजना) में भी वे काम करते हैं, जिसके तहत सरकार ग्रामीण परिवारों को 100 दिन का रोज़गार उपलब्ध करती है. पप्पू बताते हैं कि अब उन्हें मनरेगा में भी कम काम मिलता है.